श्री सिद्धपीठ मुमुक्षु आश्रम (गौरा देवी)
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022श्री सिद्धपीठ मुमुक्षु आश्रम (गौरा देवी) ग्राम इंगोहटा मे लगभग 250 वर्ष पुराना गौरा देवी सिद्धपीठ व शंकर भगवान का स्थान है। 1965 मे प्रबुद्ध संत श्री रोटीराम महाराज इस स्थान पर पधारे जिनके निर्देशन मे 1972 मे एक सहस्त्र चंडीयज्ञ का अयोजन किया गया तब से प्रत्येक वर्ष इस स्थान पर एक बड़ा मेला […]
औरसिसोलर के मंदिर व समाधि स्थल
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022महाराज बाबा के नाम से प्रसिद्ध धार्मिक स्थल परमंदिर व समाधि स्थल है। महराज बाबा ने करीब 300 वर्ष पूर्व जीवित समाधि ली थी इस स्थल पर भण्डारे का भोजन कभी कम नही होता भक्त चाहे जितने भी आ जाये। मंदिर परिसर मे कोई भी झूठ नही बोलता अन्यथा दुषपरिणाम होता है। मंदिर का पुजारी […]
औरश्री बाँके बिहारी मंदिर
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022श्री बाँके बिहारी मंदिर मुस्करा विकास खण्ड का ग्राम गहरौली जो कि जनपद की सबसे अधिक आबादी का गांव है। सन 1872 ई0 में निर्मित यह मंदिर भारतीय शिल्प कला का अनूठा उदाहरण है। इस मंदिर मे दीवारो से लेकर छत तक तैल चित्रो के माध्यम से देवी देवताओ के चित्र अकिंत किये गये है। […]
औरमाँ महाकाली सिद्ध पीठ मंदिर रामगढ़ किला
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022धसान नदी के किनारे झांसी जनपद की सीमा से लगा हमीरपुर जनपद में स्थित रामगढ़ डांडा में स्थित रामगढ़ के किले में माँ महाकाली का अत्यन्तप्राचीन मंदिर है इस मंदिर का निर्माण सन 1138 ई0 में प्रतिहार वंश के राजा रामदेव ने कराया था इस मंदिर मे नवरात्रि मे विशाल मेला लगता है। क्षेत्रवासियों की आस्था […]
औरश्री नरसिंह भगवान मंदिर (सिंगरान)
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022यह मंदिर नरसिंह भगवान की छोटी सी पहाड़ी में स्थित है। यहां का वातावरण अत्यंत रमणीक है क्षेत्रवासियों के मन में यह बड़ी आस्था का केंद्र है। इसी ग्राम कछवा कला में प्राचीन अंजनी माता का मंदिर है। जिसमे एक शिला पर अंजनी माता की मूर्ति उत्कीर्ण है साथ ही उनके पुत्र हनुमान की छोटी […]
औरचतुर्भुज बाबा विष्णु मंदिर बीरा (बिरवाही)
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022यह प्रचीन मंदिर चन्देल कालीन मूर्ति कला का दुर्लभ नमूना है मूल मंदिर का निर्माण लगभग 1000 वर्ष पूर्व केवल पत्थर की शिलाओं से हुआ हैं इस मंदिर में भगवान विष्णु एवं देवी लक्ष्मी कीअष्ठभुजी एवं चतुर्भुजी विशाल पत्थर की मूर्तियां है इस मंदिर में विदेशी आक्रान्ताओं ने कई बार मूर्तियो को खण्डित किया है […]
औरपशुपति मंदिर
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022पशुपति मंदिर की मुख्य इमारत दो मंजिला है जो लगभग 400 वर्ग मीटर मे बनी है मंदिर के नीचे गर्भग्रह है जिसमें सीढियों से नीचे उतरकर तीन मंजिल तक नीचे जाने के बाद रास्ता बंद कर दिया गया है इस मंदिर में भगवान शिव की पंचमुखी मूर्ति का शिवलिंग है जो नेपाल स्थित पशुपति मंदिर […]
औरयमुना पाथवे
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022हमीरपुर यमुना और बेतवा नदी के बीच में बसा हुआ है। यमुना पाथवे सुबह और शाम लोगों के आर्कषण का केंद्र है। इसका कारण यहां सैकड़ों की संख्या में रंग बिरंगे विदेशी पक्षी हैं, जो लोगों को अनायास को ही खड़े होने को मजबूर कर देते हैं। पक्षियों की चहचहाहट और यमुना के पानी में […]
औरकरियारी का मठ
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022चन्देल कालीन प्रचीन मठ जिसका निर्माण ग्रेनाइट की चट्टानो को तराश कर किया गया है। ये चट्टाने बाहर से तराश कर लायी गई है तथा इन्हे बिना किसी मसाले के जोड़ के एक मठ के रूप में स्थापित किया गया। इसमें स्थापित शिवलिंग कुछ वर्षो पूर्व तक था। जो आज विद्यमान नही है मंदिरकी शिलाओ […]
औरकर्दम ऋषि का आश्रम
पबलिश्ड ऑन: 09/09/2022बेतवा नदी के तट पर स्थित ग्राम कदौरा के मौजे में एक रमणीक स्थान जो कि कर्दम ऋषि के आश्रम नाम से विख्यात है। यहां टापू पर केवल एक प्रकार का वृक्ष (कर्दही) का घना जंगल है। जिसके बीच में कर्दम ऋषि का मंदिर है व कर्दम ऋषि की प्रतिमा है। कर्दम ऋषि माता सती […]
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